राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 25 जनवरी 2022: मानव सभ्यता का विकास पर्यटन और घुमक्कड़ी के के बल पर ही हुआ है। देश, भाषा, संस्कृतियों, परंपराओं, खान पान, पहनावा एवं विभिन्न धर्मो का विस्तार और विकाश का आधार भी पर्यटन और यात्रा ही रहा है।
भारत विविधताओं का देश है। ईश्वर और प्रकृति ने यहां पर्यटन स्थलों की प्रचुर मात्रा उपलब्ध करवाई है। दुनियाभर के पर्यटकों और तीर्थयात्रियों की नजर भारत के पर्यटन स्थलों पर रहती है। पर्यटन ज्ञान, मनोरंजन, व्यवसाय एवं सांस्कृतिक आदान- प्रदान हेतु सशक्त माध्यम है।
National Tourism Day 2022 राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 2022 |
पर्यटन कई देशों के आय का प्रमुख साधन रहा है। भारत भी इससे अछूता नही है। पर्यटन के कारण ही भारत में करोड़ो लोगो की रोजी रोटी चलती है।
भारतीय पर्यटन से करोड़ों लोगों को प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से रोजगार मिलता है, तो वहीं देश की जीडीपी में भी बढ़ोतरी होती है। पर्यटन के इसी महत्त्ता को देखते हुए भारत सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था में बढ़ोतरी हेतु पर्यटन के महत्व के बारे में जागरूक करने एवं पर्यटन स्थलों के प्रचार प्रसार के लिए पर्यटन दिवस मनाने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया। भारत के हर साल 25 दिसंबर को राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाया जाता है।
इसके अलावा पर्यटन दिवस के जरिए देश में ही नही वरन विभिन्न देशों तक भारत की ऐतिहासिकता, स्थापत्य कलाओं, खूबसूरत नदियों, जंगलों एवं पहाड़ो, प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक मेलों, त्योहारों का प्रचार प्रसार होता है। पर्यटन दिवस भारत के विभिन्न आकर्षण को दुनिया के सामने लाने का एक माध्यम है।
लेकिन आपको पता है कि राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाने की शुरुआत कब से हुई? क्या है राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का इतिहास और उद्देश्य?
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाने के उद्देश्य Objectives of celebrating National Tourism Day
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाने की शुरुआत लोगों को पर्यटन का महत्व और भारतीय अर्थव्यवस्था में इसकी भूमिका के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से हुई थी। भारतीय पर्यटन से करोड़ों लोगों को प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से रोजगार मिलता है, तो वहीं देश की जीडीपी में भी बढ़ोतरी होती है। पर्यटन के इसी महत्त्ता को देखते हुए भारत सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था में बढ़ोतरी हेतु आजादी के बाद से ही पर्यटन के महत्व के बारे में जागरूक करने एवं पर्यटन स्थलों के प्रचार प्रसार के लिए पर्यटन दिवस मनाने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया।
वैश्विक समुदायों के बीच पर्यटन और इसके सामाजिक, राजनीतिक, वित्तीय और सांस्कृतिक मूल्य के महत्व को लेकर जागरूकता बढ़ाने हेतु पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा 25 जनवरी को राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के रूप में आयोजित की जाती है।
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आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी स्वयं एक महान और आदर्श पर्यटन प्रेमी हैं। उनके कार्यकाल में भारतीय पर्यटन और इससे होने वाली आय में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हो रही है।
पर्यटन दिवस 2022 की थीम
Theme of Tourism Day 2022
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 2022 आंध्र प्रदेश में "आजादी का अमृत महोत्सव" के रूप में मनाया जा रहा है। 2021 में राष्ट्रीय पर्यटन दिवस की थीम 'देखो अपना देश' थी। 21 जनवरी से 22 फरवरी तक पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार पर्यटन थीम से संबंधित सेमिनार लगातार आयोजित कर रहा है। जिसके अंतर्गत हमारे महान देश की विविध संस्कृतियों का भव्य प्रदर्शन हो रहा है।।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का प्रभाव
Effect of National Tourism Day
- भारत की जीडीपी में पर्यटन का महत्वपूर्ण प्रभाव है। साल भर विश्व स्तर से लोग भारत के दार्शनिक स्थल देखने आते हैं, जिससे भारत के विदेशी आय में बढ़ोतरी और प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से रोजगार सृजित होता है। आर्थिक स्तर बढ़ता है।
- पर्यटन दिवस पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रम भारत की विप्लव संस्कृति और पुरातन सभ्यता को दर्शाता है, जिसका प्रचार प्रसार विदेशों तक होता है।
-भारत के पर्यटन से लगभग 8 प्रतिशत विदेशी आय की प्राप्ति होती है। करोड़ो लोग अपनी आजीविका पर्यटन और पर्यटकों के द्वारा चला रहे हैं। पर्यटन के माध्यम से रोजगार तो मिलता ही है और नए रोजगार भी सृजित होते रहते हैं।
- पर्यटन दिवस आयोजन के द्वारा भारत के विभिन्न क्षेत्रों के खानपान, नृत्य, लघु उद्योगों, पहनावे, सांस्कृतिक पहचान को वैश्विक स्तर पर पहचान और सम्मान मिलता है।
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राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का इतिहास
History of National Tourism Day
विश्व पर्यटन दिवस 27 सितंबर को भारत सहित दुनियाभर में मनाया जाता है लेकिन भारत का राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 25 जनवरी को होता है। इस दिन की शुरुआत 1948 में ही हो गई थी।As we celebrate National Tourism Day 2022 tomorrow, here is a view of the vibrant Chhatrapati Shivaji Maharaj Terminus in Mumbai, Maharashtra. #NationalTourismDay2022 #DekhoApnaDesh
— Incredible!ndia (@incredibleindia) January 24, 2022
Credits: @ompsyram pic.twitter.com/d70J4ZgngG
आजादी के पश्चात भारत में पर्यटन की महत्ता को समझते हुए एवं भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक पर्यटन यातायात समिति का गठन किया गया। इसके तीन वर्ष बाद 1951 में कोलकाता और चेन्नई में पर्यटन दिवस के क्षेत्रीय कार्यालयों में बढ़ोतरी की गई। भारत को चार जोन में बांटकर, चारो महानगरों यथा दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में पर्यटन कार्यालय बनाए गए। साल 1998 में पर्यटन को एक विभाग के तौर पर और संचार मंत्रालय के अंतर्गत पर्यटन को एक विभाग बनाकर जोड़ा गया था।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कार्यकाल में भारत के साथ-साथ भारतीय पर्यटन स्थलों और पर्यटन से होने वाली आय में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हो रही है। वैश्विक महामारी कोविड के कारण पर्यटन पर विराम लगने के उपरांत भी कई तीर्थस्थलों व पर्यटन स्थलों का नवनिर्माण, निर्माण व सौंदर्यीकरण का कार्य निरन्तर हुआ है, और सैकड़ो पर्यटन स्थलों का उद्धार माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा निरंतर हो रहा है।
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आपने राष्ट्रीय पर्यटन दिवस बहुत बढ़िया जानकारी दी है
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