Aparajita Blue Tea: अपराजिता फूलों के ये गुण जान लेंगे तो आपका धन धर्म और स्वास्थ्य में होगी बढ़ोतरी

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अपराजिता फूल, जिसे अंग्रेजी में "Clitoria ternatea" के नाम से भी जाना जाता है, इसे Butterfly pea flower या विष्णुकांत के नाम से भी जाना जाता है, यह एक रूपरेखीय फूल है जिसे कई नामों से पुकारा जाता है, जैसे कि भगपुष्पी और योनि पुष्पी। इसके पुष्प आगे से चौड़े और पीछे से सिकुड़े होते हैं, इसके पत्ते हरे रंग के होते हैं एक अत्यधिक आकर्षक और प्राकृतिक फूल है जो अपनी आध्यात्मिक महत्ता के साथ-साथ वनस्पतिक गुणों के लिए भी प्रसिद्ध है। यह फूल पूरे विश्व में विभिन्न रूपों में पाया जाता है और इसकी विविध रंग, जैसे कि नीला, गहरा नीला और सफेद, उसकी विशेषता है। नीले और सफेद पुष्प को क्रमशः नील अपराजिता और सफेद पुष्प को धवल अपराजिता कहा जाता है।



Aprajita Blue Tea




अपराजिता के आध्यात्मिक महत्व

अपराजिता फूल हिन्दू धर्म में महत्त्वपूर्ण होता है। इसका धार्मिक महत्व भी है, क्योंकि इसका उपयोग दुर्गा पूजा, लक्ष्मी पूजा (दिवाली), और काली पूजा में विशेषतः देवी की आराधना के लिए किया जाता है। इसे देवी दुर्गा की उपासना में प्रयोग किया जाता है। इसका नाम "अपराजिता" इसलिए है क्योंकि इसकी पुरानी कथाओं में यह फूल अजेय और अपराजित होने का प्रतीक होता है। अपराजिता में औषधीय गुण होते हैं जिसका सही तरीके से उपयोग करने पर मनुष्य में रोगों से कभी हारता अथवा पराजित नहीं होता है।




अपराजिता फूल के आयुर्वेदिक गुण

1. आयुर्वेदिक उपयोग : अपराजिता फूल का आयुर्वेद में महत्वपूर्ण स्थान है। इसका प्रयोग विभिन्न औषधियों में किया जाता है, जैसे कि दिल के रोग, पेट, बाल,और स्वस्थ त्वचा के लिए।

2. प्राकृतिक रंग : इसके रंगों का प्राकृतिक सौंदर्य लोगों को प्रभावित करता है और इसका उपयोग रंगीन आहरणों और बाजार में फूलों के आकर्षक बुके के रूप में किया जाता है।

3. वनस्पतिक गुण : अपराजिता फूल का अधिकांश भाग वनस्पतिक खनिजों और पोषण सामग्रियों से भरपूर होता है, जिससे यह एक स्वास्थ्यकर फूल होता है।

4. वातावरण के प्रति सहयोगी : यह फूल अपने वातावरण के प्रति भी सहयोगी होता है, क्योंकि इसके नाभिकीय झिल्लें भूमि को संरक्षित करती हैं और मिट्टी को पानी के साथ बहने से बचाती हैं।



अपराजिता फूल का सौन्दर्य, वनस्पतिक गुण, और आध्यात्मिक महत्त्व के कारण यह एक महत्त्वपूर्ण पुष्प माना जाता है यह मनुष्य और ईश्वर दोनो का प्रिय फूल है, जो विश्व भर में उपयोग किया जाता है। इसके आकर्षक पुष्प और पत्तियाँ उसके सौंदर्य के साथ साथ उसके वनस्पतिक गुणों को भी दर्शाती हैं, अपने हरे भरे पत्तियों और ब्लू अथवा सफेद पुष्पों के सौंदर्य के कारण यह फूल की लताएं लान, बालकनी, बगीचे और आंगन की सजावट के तौर पर भी प्रयोग किया जाता है।




फूलों की सजावट : अपराजिता के फूलों को अपने घर के आंगन या बगीचे में पौधों के रूप में लगाएं। इनकी विविध रंगों की संरचना सौंदर्य को बढ़ावा देगी।


फूलों के बुके : अपराजिता के फूलों से बुके बनाकर उन्हें अपने घर के आंगन में या रूम में रखें। इससे महसूस करें और आंखों के सौंदर्य को बढ़ावा दें।


अपने व्यक्तिगत सौंदर्य के लिए : अपराजिता के फूलों का नेचुरल ब्यूटी प्रोडक्ट के रूप में उपयोग करें, जैसे कि फूलों से बनी फेस पैक्स या फूलों का उपयोग अपने त्वचा और बालों की देखभाल के लिए करें।


आध्यात्मिक सजावट : अपराजिता के फूलों का प्रयोग पूजा और आध्यात्मिक गतिविधियों में करें, विशेषतः दुर्गा पूजा और लक्ष्मी पूजा के समय।


खास मसाज के तेलों में उपयोग : अपराजिता के फूलों के तेल का उपयोग आपके बॉडी मसाज, आरोमाथेरपी, या स्किन केयर के लिए करें, जिससे आपकी त्वचा की स्वास्थ्य और त्वचा की चमक बढ़ सकती है।






Blue tea, जिसे अपराजिता फूल से बनाया जाता है, कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकता है। निम्नलिखित कुछ मुख्य फायदे हैं :



1. एंटीऑक्सीडेंट प्रणाली में सुधार : अपराजिता फूल अमृत और पोलीफेनोल्स से भरपूर होता है, जो आंतरिक एंटीऑक्सीडेंट प्रणाली को सुधार सकते हैं, जिससे शरीर के कुपोषण का सुधार कर सकता है और इसके किसी विशेषज्ञ चिकित्सक के निर्देश में  कैंसर और मुफ्त रेडिकल्स के खिलाफ रक्षा की जा सकती है।


2. ब्रेन हेल्थ मददगार : अपराजिता चाय में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीरी को मजबूत बनाने वाले कांपोजीशन में मदद कर सकते हैं, जिससे मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है। अपराजिता का आयुर्वेद में बड़ा महत्व है इसके उचित सेवन से मानसिक तनाव को कम किया जा सकता है।


3. पाचन को सुधारना : अपराजिता चाय (Blue Tea) का उचित सेवन आपके पाचन को सुधार सकती है, और अपाचन को कम कर सकती है। क्योंकि यह वायरस, और इंफेक्शनों के खिलाफ रक्षा कर सकता है।


4. मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा : अपराजिता में मौजूद विटामिन सी का स्रोत बन सकता है, जो वसा के मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है और वजन प्रबंधन को सहायक हो सकता है।


5. आंतरिक स्वास्थ्य को सुधारना : अपराजिता चाय का सेवन आंतरिक स्वास्थ्य को सुधार सकता है, जैसे कि ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करना और कोलेस्ट्रॉल को कम करना।


कृपया ध्यान दें कि ये फायदे अपराजिता चाय के नियमित सेवन के साथ हो सकते हैं, और आपके शरीर के स्वास्थ्य पर अन्य कारकों का भी प्रभाव हो सकता है। सबसे अच्छा यह होगा कि आप इसे मानसिक स्वास्थ्य और वायरसों से बचाव के तरीके के रूप में अपने दैनिक जीवन में शामिल करें।


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Aprajita Blue Tea


नीली चाय (Blue Tea) बनाने की प्रक्रिया


सामग्री :

1. अपराजिता के नीले 8-10 फूल
2. पानी : 2 कप
3. अदरक : 1 छोटा टुकड़ा (कद्दूकस किया हुआ)
4. टीबैग या चायपत्ती : वैकल्पिक (यदि आप चाय को छानना चाहते हैं)


नीली चाय बनाने की प्रक्रिया

1. पानी को एक पतीले में डालें और उसे उबाल लें।

2. जब पानी उबाल आए, अपराजिता के फूल और कद्दूकस किया हुआ अदरक डालें।

3. चाय को 5-7 मिनट के लिए धीमी आंच पर उबालते रहें, ताकि फूलों के सभी गुण और स्वाद उस गर्म पानी में आ सकें।

4. अब चाय को चाय वाली छलनी से छान लें (यदि आप चाय को छानना चाहते हैं) और कप में डाल का पिएं या अपने परिजन को परोसें।

5. आप अपराजिता की नीली चाय(Blue Tea) में स्वाद बढ़ाने हेतु थोड़ा शहद या नींबू का रस भी डाल सकते हैं। 

यह अपराजिता की चाय गर्मी बरसात और सर्दियों यानी हर मौसम में पीने के लिए खास है, और इसका नीला रंग आपको आपके दिन को रंगीन बना सकता है। इसे स्वादानुसार बनाएं और मिल बांटकर इस नीली चाय का आनंद लें!



डिस्क्लेमर
इस पोस्ट में दी गई सेहत से जुड़ी तमाम जानकारियों को मात्र सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है। इसे किसी बीमारी के इलाज या फिर चिकित्सा सलाह के तौर पर नहीं देखना चाहिए। यहां बताए गए टिप्स पूरी तरह से कारगर होंगे इसका हम कोई दावा नहीं करते हैं। यहां दिए गए किसी भी टिप्स या सुझाव को आजमाने से पहले विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श अवश्य करें।

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